Department of Agriculture
- Department of Art & Culture
- रचनात्मक क्रियास्थल
- Department of Agriculture
- Department of Education
- Department of Fisheries
- Department of Horticulture & Soil Conservation
- Department of Information Technology
- Department of MAHUD
- Department of Science & Technology
- Department of Sericulture
- Department of Tourism
- Department of Trade Commerce & Industries
- Department Of Transport
- Directorate of Health Services
- Finance Department
- Forest Department, Government of Manipur
- General Administration Department
- Imphal Municipal Corporation
- Manipur Fire Service
- Manipur Police Housing Corporation Limited (MPHC Ltd.)
- ओपन फोरम
- Social Welfare Department
What are you thankful to our farmers about?
Start Date: 23-12-2021
End Date: 23-12-2022
Food is the foundation of our everyday lives. ...
Hide details

BrahmDevYadav 2 years 10 months ago
जैविक खेती के लिए कितना पैसा चाहिए?
हालांकि, मोटे तौर पर इसकी कीमत लगभग 5-6 एकड़ जमीन के लिए रु 40,000/- से 50,000/- चाहिए।
BrahmDevYadav 2 years 10 months ago
पारंपरिक कृषि कैसे की जाती है?
पारंपरिक कृषि प्रकृति पर निर्भर थी जिसमें किसान हल और बैलों का उपयोग करता था । खेत की उर्वरता बढ़ाने के लिए देशी गोबर की खाद या सनई और ढैंचे की हरी खाद का प्रयोग करता था । सिंचाई के लिए मौसम पर बहुत अधिक निर्भरता थी । कुओं और तालाबों के पानी से सिंचाई की जाती थी ।
BrahmDevYadav 2 years 10 months ago
जैविक खेती को कैसे बढ़ावा दिया जाता है?
जैविक खेती कृषि की वह विधि है जो संश्लेषित उर्वरकों एवं संश्लेषित कीटनाशकों के अप्रयोग या न्यूनतम प्रयोग पर आधारित है तथा जो भूमि की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने के लिये फसल चक्र, हरी खाद, कम्पोस्ट आदि का प्रयोग करती है। सन् 1990 के बाद से विश्व में जैविक उत्पादों का बाजार काफ़ी बढ़ा है।
BrahmDevYadav 2 years 10 months ago
जैविक खेती करने के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
इनपुट सप्लायर रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया:-
1.सर्वप्रथम आपको जैविक खेती पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
2.अब आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
3.होम पेज पर आपको इनपुट सप्लायर्स के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
4.अब आपकी स्क्रीन पर एक नया पेज खुल कर आएगा।
5.इस पेज पर आपको इनपुट सप्लायर रजिस्ट्रेशन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
BrahmDevYadav 2 years 10 months ago
जैविक खेती कैसे शुरू करें?
जैव उर्वरकों का उपयोग करें। मिट्टी के पोषण का ख़याल रखें। कम्पोस्ट व गोबर के खाद को प्राथमिकता दें। फसल चक्र को अपनाएं।
1.रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल ना करें
2.कीटनाशकों के उपयोग से बचें।
3.लगातार एक ही फसल ना लें।
4.खेतों की मिट्टी को दबाव से बचाएं।
Akash Deep Toppo 2 years 10 months ago
Follow for Amazing And Interesting Information
https://infoflix.in
BrahmDevYadav 2 years 10 months ago
जैविक लाभ क्या है?
जैविक खेती के लाभ / जैविक खेती क्यों जरूरी है
भूमि की उपजाऊ क्षमता में वृद्धि हो जाती है। सिंचाई अंतराल में वृद्धि होती है । रासायनिक खाद पर निर्भरता कम होने से कास्त लागत में कमी आती है। फसलों की उत्पादकता में वृद्धि।
BrahmDevYadav 2 years 10 months ago
जैविक खाद और उर्वरक में क्या अंतर है?
एक उर्वरक एक प्राकृतिक या रासायनिक रूप से संश्लेषित सामग्री है जो मिट्टी की उर्वरता और उत्पादकता बढ़ाने के लिए लागू की जाती है। खाद जैविक पदार्थ है जो प्राकृतिक रूप से सड़ने वाले पौधों और जानवरों से प्राप्त किया जाता है। यह जानवरों और मानव मल से भी प्राप्त किया जाता है और, घरेलू कचरे जैसे कि सब्जी के छिलके से भी।
BrahmDevYadav 2 years 10 months ago
गोबर कौन खाता है?
गोबर शब्द का प्रयोग गाय, बैल, भैंस गाय/भैंस द्वारा घास, भूसा, खली आदि जो कुछ चौपायों खाया जाता है उसके पाचन में कितने ही रासायनिक परिवर्तन होते हैं तथा जो पदार्थ अपचित रह जाते हैं वे शरीर के अन्य अपद्रव्यों के साथ गोबर के रूप में बाहर निकल जाते हैं।
BrahmDevYadav 2 years 10 months ago
जैविक यूरिया कैसे बनाएं?
इसी तरह जैविक यूरिया खाद बनाने के लिए छाछ 30 किलो, गुड़ 1 किलो, ताजा गोबर 20 किलो, गोमूत्र 10 किलो, दाल की चूरी 10 किलो का मिश्रण कर मटके में सड़ाकर उसे छान लें। इस खाद का फसलों पर छिड़गांव करेंगे जो यूरिया का काम करेगा।